दिल्ली में 5 फरवरी 2025 को हुए विधानसभा चुनावों के बाद, जनता के बीच उत्सुकता और प्रत्याशा का माहौल है। मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), और कांग्रेस के बीच रहा। चुनाव परिणाम 8 फरवरी को घोषित होंगे।
जनता की प्राथमिकताएँ और अपेक्षाएँ
दिल्ली के मतदाताओं ने इस बार शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, और बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता दी है। AAP सरकार ने पिछले कार्यकाल में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई सुधार किए, जिनकी सराहना हुई। हालांकि, विपक्ष ने इन क्षेत्रों में और सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रमुख दलों की चुनावी रणनीतियाँ
AAP ने अपने अभियान में महिलाओं के लिए 'महिला सम्मान योजना' जैसी योजनाओं की घोषणा की, जिसमें प्रति माह ₹2,100 की वित्तीय सहायता का वादा किया गया। वहीं, BJP ने 'परिवर्तन यात्रा' के माध्यम से AAP सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और पानी की कमी, प्रदूषण जैसे मुद्दों को उठाया। कांग्रेस ने 'दिल्ली न्याय यात्रा' के जरिए प्रदूषण, महंगाई, बेरोजगारी, और कचरा निपटान जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा।
जनता की आवाज़
मतदाताओं ने इस बार उम्मीदवारों की योग्यता, पारदर्शिता, और विकास कार्यों को महत्व दिया। एक स्थानीय निवासी, सीमा शर्मा, ने कहा, "हम ऐसे प्रतिनिधि चाहते हैं जो हमारे बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, और स्वच्छता पर ध्यान दें।" वहीं, राजेश कुमार ने बताया, "बिजली और पानी की आपूर्ति में सुधार हुआ है, लेकिन सुरक्षा और रोजगार के अवसरों पर और काम करने की जरूरत है।"
चुनाव परिणाम की प्रतीक्षा
चुनाव परिणाम आने तक, दिल्ली की जनता उम्मीदों और आशंकाओं के बीच है। सभी की निगाहें 8 फरवरी पर टिकी हैं, जब यह स्पष्ट होगा कि अगली सरकार कौन बनाएगा और जनता की उम्मीदों पर कौन खरा उतरेगा।
#DilwalaBachao #DelhiElections2025 #AamAadmiParty #BJPvsAAP #IndianPolitics #PrideOfIndia #DelhiVotesMatter
No comments yet.